avtar rayat
Wednesday, February 16, 2011
***चान्द का टुकड़ा***
अपनी निगाहों से ना देखो खुद को...
हीरा भी तम्हें पत्थर लगेगा,
सब कहते हैं...
चान्द का टुकड़ा हो आप,
मेरी नज़रों से देखो,
चान्द आपका टुकड़ा लगेगा...!!!
अवतार रॅायत
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment