■■■
●हो सकती है मोहब्बत..ज़िंदग़ी में दोबारा भी,
जैसा सोचा..शायद..मिल जाए वैसा सहारा भी,
मिल तो सकता है दिल..चाँदी या सोने का...
पर हौसला रखियेगा..एक बार फिर.. बर्बाद होने का...!!!
(अवी)
■□■□■
●हो सकती है मोहब्बत..ज़िंदग़ी में दोबारा भी,
जैसा सोचा..शायद..मिल जाए वैसा सहारा भी,
मिल तो सकता है दिल..चाँदी या सोने का...
पर हौसला रखियेगा..एक बार फिर.. बर्बाद होने का...!!!
(अवी)
■□■□■
No comments:
Post a Comment