Wednesday, May 25, 2016

**झूठे वादे..अधूरे क़िस्से***

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●ओ बेवफा...
समेट कर ले जाओ..
अपने झूठे वादे...
अधूरे क़िस्से;
●अगली मोहब्बत में...
तुम्हें फिर..इनकी...
ज़रूरत पड़ेगी...
कुछ उनके भी...
आ जाऐं हिस्से...!!!
(अवी)
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