आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है कि, आपका कहीं दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर हमें तो एक एहसान कीजियेगा,
दर्द इतना दीजिए कि हमारी जान ही निकल जाये...!!!
फ़िक्र तो ये है कि, आपका कहीं दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर हमें तो एक एहसान कीजियेगा,
दर्द इतना दीजिए कि हमारी जान ही निकल जाये...!!!
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